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राजस्थानी शब्द और उनका अर्थ (Rajathani words and their meaning)

वीरा              - भाई

भावज           -  भाभी

भंवर            -  बड़ा लड़का

भवरी           -  बड़ी लड़की

छोरा-छोरी     - लड़का-लड़की

डांगरा            - पशु

ढोर              - भेड़ बकरी

बींद              - पती/दुल्हा 

बींदणी          - बहू/दुल्हन 

लालजी         - देवर

लाडो            - बेटी

लाडलो          - प्रिये

गीगलो/टाबर    - बच्चा

लाडी             - सोतन

गेलड़             - दूसरे विवाह में स्त्री के साथ जाने वाला बच्चा

बावनो             - लम्बाई में छोटा पुरुष

बावनी               - लम्बाई में छोटी महिला

घनेड़ो-घनेड़ी     - भानजा-भनजी

भूड़ोजी           - फूफाजी

धणी-लुगाई    - पती-पत्नी 

भरतार          - पती

कलेवो          - नाश्ता

गिवार           - अनपढ

बेगा बेगा       - जल्दी जल्दी

बेसवार         - मसाला

जिनावर        - जीव जंतु

सिरख          - रजाई

गूदड़ा           - छोटा बेड/गद्दा

पथरना          - छोटा बेड

हरजस         - भजन

पतड़ो          - पंचांग 

मीती            - तीथी 

बाखल          - लान

तीपड़           - तीसरा माला

शाल            - सामने का बड़ा कमरा

तखडीओ      - तराजू

पसेरी/धडी      - 5 kg

मण              - 40 kg

सेर               - 1kg

धुण              - 20 kg

बेड़ियो          - मसाला रखने का बॉक्स

घडूची          - पानी का मटका रखने की वास्तु

ओरा            - कोने का कमरा

परिंडा          - पानी रखने की जगह

खेळ            - पशुओ के पानी पिने का स्थान

कोटड़ी        - बोक्स रुम

मालिया        - छत पर कमरा 

गुम्हारिया      - तलघर

कब्जो           - ब्लाउज

मूण             - मिट्टी का बड़ा घड़ा

मटकी          - मिट्टी का घड़ा

ठाटो            - कागज गला कर अनाज रखने का बर्तन

गूणीया         - चाय/दूध/पानी रखने का छोटा बर्तन  

तड़काउ        - भोर

उन्द्दालो        - गर्मी का मौसम

सियालो        - सर्दी का मौसम

चौमासो        - बारिश का मौसम

पालर पाणी    - पीने का बारिश का पानी 

बाकल पाणी   - पीने का नल का पानी

दिसा जाना     - पायखाना जाना

रमणन           - खेलने

तिस (लगना)    - प्यास (लगना)

गिट्ना              - खाना

ठिकाणा          - पता (Address)

किना उडाणा   - पतंग उड़ाना

ख्वासजी         - नाई

अगूण             - पूर्व

आथूंण            - पश्चिम

कांजर            - बनजारा 

झरोखो           - खिड़की/विंडोज 

बाजोट           - लकड़ी की बड़ी चौकी

मांढणो         - लिखना

कुलियों       - मिट्टी का छोटा बर्तन

मायरो         - भात

मुदो           - तिलक (विवाह में वर का)

मेल            - विवाहिक प्रीतिभोज

मुकलाओ      - गोणा/ बालविवाह उपरांत  पहली बार पीहर से पत्नी को घर लाना

बटेऊ           - मेहमान

पावना         - जवाई

सुतली         - रस्सी

ठूंगा              - लिफ़ाफ़ा

पूँगा/मुशल        - बेवकूफ़

लूण            - नमक

कंदों           - प्याज

खूंटी          - वस्तु/वस्त्र लटकाने का स्थान

कासंन       - बर्तन

जापो          - बच्चा पैदा होना

ओबरो       - अनाज रखने का स्थान

खाट/माचो    - बड़ी चारपाई

खटुलो          - छोटू चारपाई

घुचरियो     - कुत्ते का बच्चा

मुहमांखी     - मधु मक्खी

भिलड         - घोडा मक्खी

लूकटी         - लोमड़ी

गदडो          - सियार

खुसड़ा        - जूते चप्पल

बरिंडा         - बरामदा

झालरों          - गले में पहने की माला

गंजी/बंडी        - बनियान

झबलो/झूबलो   - पवजात बच्चे का वस्त्र

मांडि         - कलब (वस्त्रो में दी जाने वाली)

आंक           - अक्षर

तागड़ी       - स्त्रिओ के कमर पर पहने का आभूषण

झुतरा        - बाल

मोड़ों          - साधू

पूरियों        - जानवरों के भोजन का स्थान

चूंण          - आटा

राखूंडो      - बर्तन साफ करने का स्थान

सांकली      - सरकंडा

होद           - पानी रखने की भुमि गत टंकी

उस्तरा        - रेजर/दाढ़ी करने का औजार

नीरो             - पशुओ का चारा

चोबारा          - ऊपर का कमरा

टोळडो          - ऊँट का बच्चा

उन्दरो            - चूहा

किलकीटारि    - गिलहरी

पिडो            - बैठने की रस्सी/ऊन की चौकी

🐪 राजस्थानी/ मारवाड़ी शब्द कोष में और भी बहुत शब्द है, ये मात्र परिचय है कुछ शब्दों के...

Comments

  1. कृपया मुझे चटेलो का अर्थ बताएं...
    "तेरा भारी चटेलो रेशम को.."

    ReplyDelete
    Replies
    1. सर, चटेलो का तात्पर्य महिला की 'चोटी' से है|

      Delete

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