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Showing posts from June, 2015

Current Affairs Rajasthan

शहर और आसपास के क्षेत्र में प्लॉट खरीदने से पहले उसकी लोकेशन, आसपास के डेवलपमेंट की स्थिति और सड़कों सहित लैंडमार्क के बारे में सही जानकारी के लिए जेडीए ने प्रदेश का पहला डीजीडाइज़्ड लैंड बैंक बनाया है।  update on 30 / 06/2015 केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल, लालवास जयपुर द्वारा अंतरराष्ट्रीय नशा विरोधी एवं गैर कानूनी अवैध व्यापार दिवस कब और कहाँ मनाया गया। (26 जून 2015, जयपुर में)   update on 27 / 06/2015 राजस्थान सरकार ने बीस सूत्री कार्यक्रम (बीसूका) की राज्य स्तरीय समिति का उपाध्यक्ष किसे बनाया है। ( डॉक्टर दिगंबर सिंह )  update on 27 / 06/2015 हाल ही में प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे किसको लेकर विवादों में घिरी हुई है। (ललित मोदी) गुड्स ट्रांसपोर्टेशन के तहत राज्य की किन नदियों पर छोटे मालवाहक जहाज चलेंगे। (चंबल व माही) राजस्थान की सबसे लंबी व पहली 6 लेन टनल किस मार्ग पर बनाई गयी है। (कोटा - बूंदी मार्ग पर) राजस्थान राज्य के एसीबी का नया डीजी किसे नियुक्त किया गया है। (नवदीप सिंह)   19 / 06/2015 शिक्षा विभाग की और से 21 वां भामाशाह सम्मान समारोह 28 जून को कहाँ आयोजि

राजस्थान के प्रमुख लघु, कुटीर, खादी ग्रामोद्योग तथा हस्तशिल्प

1. सरसों का इंजन छाप तेल भरतपुर 2. सरसों का वीर बालक छाप तेल  जयपुर  3. लकड़ी के खिलौने  उदयपुर, सवाईमाधोपुर, जोधपुर  4. पापड़, भुजिया  बीकानेर  5. मटके, सुराही  ( रामसर ) बीकानेर  6. ब्लू पॉटरी  जयपुर  7. चमड़े की मोजड़िया  जयपुर, जोधपुर, नागौर  8. सुनहरी टैराकोटा  बीकानेर  9. थेवा कला  प्रतापगढ़  10. रामदेव जी के घोड़े  जैसलमेर  11. उस्ताकला   बीकानेर   12. हरी मैथी व हैंडटूल्स   नागौर   13. रसदार फल   गंगानगर, झालावाड़   14. चेती गुलाब, गुलकंद  पुष्कर  15. नांदणे   भीलवाड़ा  16. पिछवाईयाँ  नाथद्वारा  17. ऊनी बरड़ी, पट्टी एवं लोई  जैसलमेर  18. पाव रजाई  जयपुर  19. खेसले  लेटा (जालौर) 20. ऊनी कम्बल  जैसलमेर,बीकानेर   21. मसूरिया व कोटा डोरिया  कोटा, बारां  22. पत्थर की मूर्तियां  जयपुर, थानागाजी अलवर  23. मिनिएचर पेंटिंग्स  जोधपुर, जयपुर, किशनगढ़  24. आजम प्रिंट  अकोला ( चितोड़गढ़ ) 25. लहरिया एवं पोमचा  जयपुर  26. अजरख एवं मलीर प्रिंट   बाड़मेर  27. गलीचे  जयपुर, बीकानेर 28. आम पापड़  ब

Rajasthan Ki Bhasha (राजस्थान की भाषा, साहित्य और बोलियाॅं)

उत्पति की दृष्टि से राजस्थानी भाषा का उद्भव शौरसेनी अपभ्रंष से हुआ है। डाॅ. टेसीटोरी के अनुसार 12वी सदी के लगभग राजस्थानी भाषा अपने अस्तित्व में आ चुकी थी। राजस्थानी भाषा का उद्भव 9वी शती माना जाता है किन्तु इसमें साहित्य रचना के प्रमाण 13वी शताब्दी से मिलते है। राजस्थान की भाषा की उत्पती काल ग्यारहवी शताब्दी माना जाता है। डिंगल और पिंगल राजस्थानी की दो विषिष्ठ काव्य शैलियों के नाम है। डिंगल डिंगल कोई भाषा नही है बल्कि मारवाड़ी की ही साहित्यिक शैली है। डिंगल भाषा की प्रमुख विषेषता है कि इसमे जो शब्द जिस तरह बोला जाता है उसी तरह लिखा जाता है। डिंगल भाषा का सर्वप्रथम प्रयोग कुषललाभ द्वारा रचित पिंगल षिरोमणि नामक ग्रंथ में किया गया। राजस्थान में चारण कवि बांकीदास और सूर्यमल्ल मिश्रण ने अपनी रचनाओं में डिंगल भाषा का प्रयोग किया था। पिंगल पिंगल भाटों द्वारा रचित राजस्थानी की विषिष्ट काव्य शैली है। भाटों का प्रमुख कार्य विभिन्न वंषों की वंषावली रखना है। राजस्थान की बोलियाॅं: राजस्थान की बोलियों पर पहला भाषा की वैज्ञानिक दृष्टिपात जार्ज ग्रियसन ने अपने ग्रंथ लिग्विस्टिक सर्व

राजस्थान की हस्तकला

हाथों द्वारा कलात्मक वस्तुओं के निर्माण को हस्तकला कहा जाता है। राजस्थान सर्वाधिक विदेशी मुद्रा हस्तकला उद्योग से प्राप्त करता है। तथा हस्तकला उद्योग में भी सर्वाधिक विदेशी मुद्रा हीरे-जवाहरात उद्योग से प्राप्त करता है। 1992 की औद्योगिक नीति में हस्तकला उद्योग को संरक्षण देकर उन्हें लघु उद्योग का दर्जा दिया गया। 1998 की औद्योगिक नीति में हस्तकला उद्योग में क्षेत्रीय असमानताओं को दूर करने का निर्णय लिया गया। प्रमुख हस्तकलाएॅं मीनाकारी राजस्थान में मीनाकारी का सर्वाधिक कार्य जयपुर में होता है। जयपुर के मीनाकार सोने चॉंदी के आभूषणों पर कलात्मक मीनाकारी के लिए विश्व प्रसिद्व है। जयपुर में रत्नों की कटाई, घिसाई एवं मिनाकारी के कार्य को प्रोत्साहित करने के लिए जयपुर जेम्स स्टोन की स्थापना की गई। कॉंच पर सोने की मीनाकारी के लिए प्रतापगढ़ चित्तौड़गढ़ के मीनाकार प्रसिद्व है।इस कला को थेवा कला कहा जाता है। यह कला प्रतापगढ़ के राज सोनी परिवार में केवल पुरूषों में प्रचलित है। कागज जैसे पतले पत्थर पर मीनाकारी के लिए बीकानेर के मीनाकार विश्व प्रसिद्व है। बीकानेर के कलाकारों को उस्ताद कह

Palace of Rajasthan (राजस्थान के महल)

महल स्थान  जगमहल उदयपुर चन्द्रमहल जयपुर रामबाग पैलेस जयपुर विनय विलास पैलेस अलवर खेतड़ी महल झुॅंझुनू लालगढ बीकानेर जवाहर महल जैसलमेर बुलानी महल जोधपुर मुबारक महल जयपुर मोती डूॅंगरी महल जयपुर पद्मिनी महल चितौड़गढ़ अम्माला मीनी महल कोटा जग मंदिर उदयपुर फूल महल जोधपुर जूना महल जयपुर राणाकुम्भा महल कुंभलगढ़ गोपाल भवन डीग सिसोदिया रानी का बाग महल जयपुर उम्मेद भवन महल जोधपुर विजय मन्दिर पैलेस अलवर बादल महल जैसलमेर खुष महल उदयपुर हवामहल जयपुर सिटी पैलेस जयपुर अनूप महल बीकानेर अजीत महल जोधपुर झाली रानी महल कुंभलगढ़ रंग महल बीकानेर

INDIA PRIDE AWARDS 2014 -15

Rajasthan 's major literature art and music institutions (राजस्थान के प्रमुख साहित्य कला एवं संगीत संस्थान)

राजस्थान के प्रमुख साहित्य कला एवं संगीत संस्थान राजस्थान संगीत नाटक अकादमी , राज्य में सांगीतिक, नृत्य एवं नाटय विधाओं के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 1957 में जोधपुर में इसकी स्थापना की गई। राजस्थान संगीत संस्थान , संगीत शिक्षा की समृद्वि हेतु सन् 1950 में जयपुर में स्थापित की गई। जयपुर कथक केन्द्र , प्राचीन एवं शास्त्रीय नृत्य शैली को पुनर्जीवित कर उसके विकास हेतु सरकार द्वारा सन् 1978 में जयपुर में स्थापित की गई। भारतीय लोक कला मण्डल , पद्मश्री देवी लाल सामर द्वारा प्रदर्शनकारी लोक कलाओं एवं कठपुतलियों के शोध, संरक्षण एवं प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से सन् 1952 में उदयपुर में स्थापित की गई। पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र , देश की लुप्त हो रही कलाओं के पुनरूत्थान करने, कलाकारों को उपयुक्त मंच उपलब्ध कराकर उनकी कला का प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से सन् 1986 में उदयपुर में स्थापित की गई। जवाहर कला केन्द्र , राज्य की पारम्परिक एवं विलुप्त हो रही कलाओं के संरक्षण, खोज एवं सवंर्धन करने एवं उनका विकास करने के उद्देश्य से सन् 1993 में जयपुर मे स्थापित की ग