मेवाड़ चित्रशैली की विशेषताएं तथा प्रमुख कलाकार बताइये।
( विशेषताएं :- शिकार के दृश्यों का त्रिआयामी स्वरुप, कदम्ब वृक्ष की प्रधानता, गुर्जर व जैन शैली का प्रभाव
प्रमुख कलाकार :- मनोहरलाल, कृपाराम, साहिबदीन, नुरूद्दीन )
रतवई नृत्य
( मेव जाति द्वारा अलवर, भरतपुर, जिलों के मेवात क्षेत्र में किया जाने वाला नृत्य जो महिलाओं द्वारा अलगोजा वाद्य यंत्र के साथ किया जाता है। )
गंधर्व बाईसी किसे कहाँ जाता है।
( जयपुर के शासक सवाई प्रताप सिंह द्वारा संगीत को बढ़ावा (प्रोत्साहन) देने के लिए 22 विद्वानों के एक समूह का गठन किया गया था जिसे गंधर्व बाईसी कहा जाता था। )
कुशलगढ़ प्रजामण्डल
( 1942 में भंवरलाल निगम व कन्हैया लाल सेठिया द्वारा गठित प्रजामण्डल )
अमरशाही रेख व्यवस्था क्या है ?
( यह मारवाड़ के शासक अमरसिंह द्वितीय द्वारा निर्मित एक नई राजस्व कर व्यवस्था थी। )
मारवाड़ लोक परिषद् का क्या उद्देश्य था ?
( उत्तरदायी सरकार की स्थापना, महाराजा द्वारा किए जा रहे अत्याचारों का विरोध। )
बेवाण क्या है ?
( यह लकड़ी का बना मंदिर होता है। जिसमें भगवान की सवारी कराई जाती है। बेवाण बस्सी (चित्तौड़गढ़) के बहुत प्रसिद्ध है। )
सम्प सभा क्या है ?
( सम्प सभा 1883 में गोविंदगिरि द्वारा गठित एक संगठन था जो बांगड़ में भील और आदिवासियों में जनजागृति और सुधार कार्य हेतु केंद्रित था। )
रांगड़ी क्या है ?
( रांगड़ी राजस्थान के दक्षिणी पूर्वी मालवा भाग में मालवी तथा मारवाड़ी की मिश्रित बोली है यह बोली मुख्यत: राजपूतों में अत्यधिक प्रचलित है। यह बोली मारवाड़ी बोली का कर्कश रूप है यह मुख्यत: मध्यप्रदेश तथा राजस्थान में झालावाड़, चित्तौड़गढ़ जिलों में बोली जाती है। यह मालवी बोली की उपबोली है। )
( 1857 की क्रांति के दौरान कोटा में क्रांति के नेतृत्वकर्ता।
कोटा में जयदयाल के साथ मिलकर कोटा महाराव रामसिंह को नज़रबंद किया तथा जनक्रांति का संचार किया। )
मीरा द्वारा रचित प्रमुख चार रचनाओं के नाम बताइये।
( सत्य मामा नू रुसणु , रुकमणि मंगल , नरसी जी रो मामरो , गीत गोविन्द )
Good
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