महाजन पद काल
भारत की दूसरी नगरीय क्रांति भी कहा जाता है।
महाजनपदों में गणतंत्रात्मक व्यवस्था होती थी।
राजस्थान में जनपद
1. मत्स्य जनपद - वर्तमान अलवर व जयपुर, राजधानी - विराटनगर, राजस्थान का द. प. भाग
2. शुरसेन जनपद - राजधानी - मथुरा, (अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली का क्षेत्र), राजस्थान का पूर्वी भाग
3. कुरु जनपद - राजधानी - इंद्रप्रस्थ (दिल्ली ), (उत्तरी अलवर क्षेत्र), राजस्थान का उत्तरी भाग
4. राजन्य जनपद - भरतपुर का कुछ हिस्सा
5. शिवि जनपद - वर्तमान में चित्तौड़गढ़ और उदयपुर जिलों में स्थित, राजधानी - माध्यमिका (नगरी-वर्तमान नाम), राजस्थान का पहला उत्खनित स्थल - नगरी
6. मालव जनपद - वर्तमान में जयपुर और टोंक, राजधानी - नगर (टोंक) इसे खेड़ा सभ्यता भी कहते है, सर्वाधिक सिक्के मालव जनपद के प्राप्त होते है।
7. शाल्व जनपद - अलवर जिले में स्थित
8. योद्धेय जनपद - वर्तमान गंगानगर व हनुमानगढ़ जिले में स्थित, रुद्रवामन (शक शासक) के गिरनार - जूनागढ़ से यह जानकारी मिलती है कि कुषाणों की शक्ति को योद्धेय ने रोका।
9. अर्जुनायन जनपद - वर्तमान अलवर, भरतपुर जिलों में स्थित।
महाजनपद काल में बीकानेर और जैसलमेर, जौधपुर के आस पास के क्षेत्र को जांगल प्रदेश कहा जाता था।
कालान्तर में बीकानेर के शासकों ने 'जांगलधर बादशाह' की उपाधि का प्रयोग किया।
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