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Showing posts from September, 2013

Crops of Rajasthan (राजस्थान की फसलें)

राजस्थान मे फसलों का वर्गीकरण  खरीफ की फसल - यह फसल जुलाई मे बोई जाती है और अक्टूबर मे काटी जाती है इसकी मुख्य फसलें निम्न पर्कार से है :- नरमा, कपास, बाजरा, जवार, मक्का, तिल, मूंगफली, मूँग, मोठ आदि है। रबी की फसल - यह फसल अक्टूबर मे बोई जाती है और अप्रैल मे काटी जाती है इसकी मुख्य फसलें निम्न पर्कार से है :- गेंहू, चना, मटर, ज़ों आदि है। जायद की फसल - यह फसल मार्च मे बोई जाती है और जून मे काटी जाती है इसकी मुख्य फसलें निम्न पर्कार से है :- खरबूजा, तरबूज, ककड़ी आदि है। राजस्थान मे फसलों का उपयोग के आधार पर वर्गीकरण  खाधान्न फसलें - बाजरा, गेंहू, मक्का, चावल, जों, दाले आदि वाणिजिक फसलें - कपास, गन्ना, तिलहन  आदि पेय पदार्थ वाली फसलें - तम्बाकू, अफीम  आदि रेशेदार पदार्थ वाली फसलें - कपास, सन, हेम्प, मेस्ट्र, फ्लेक्स आदि चारे की फसलें - बरसीम, रिजका आदि

Rajasthan ki Bhogolik Sthiti (राजस्थान की भोगोलिक स्तिथि)

राजस्थान का क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग किलोमीटर है. राजस्थान की स्थलीय सीमा ( International - 1070 K.M. and National - 4850 K.M. ) 5920 किलोमीटर है। राजस्थान का विस्तार पूर्व से पश्चिम तक 869 किलोमीटर । पूर्व में सिलाना गाँव (राजाखेड़ा, धौलपुर) से पश्चिम के कटारा गाँव (सम जैसलमेर) तक विस्तृत हैं। और उत्तर से दक्षिण तक 826 किलोमीटर । उत्तर में कोणा गाँव (गंगानगर) से दक्षिण के बोरकुंड (कुशलगढ़, बांसवाड़ा) तक विस्तृत है । राजस्थान के उत्तर में पंजाब (फाजिल्का व मुक्तसर - 2 जिले) सीमा पर गंगानगर और हनुमानगढ़ - 2 जिले। राजस्थान के उत्तर-पूर्व में हरियाणा ( हिसार, गुडगाँव, महेन्द्रगढ़, रेवाड़ी, सिरसा, भिवानी , आदि) सीमा पर हनुमानगढ़, चुरू, जयपुर, अलवर, सीकर, भरतपुर, झुंझुनू  जिले। राजस्थान के पूर्व में उत्तरप्रदेश ( आगरा, मथुरा -2 जिले ) सीमा पर धौलपुर, भरतपुर - 2  जिले। राजस्थान के पूर्व-दक्षिण में मध्यप्रदेश ( मन्दसौर, श्योपुर, रतलाम, नीमच, झाबुआ, गुना, शिवपुरी, शाजापुर, मुरैना, राजगढ़ - 10 जिले) सीमा पर कोटा, झालावाड़, बांरा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, करौली, धौलपुर, सव

International Players of Rajasthan (राजस्थान के गौरव)

इंटरनेशनल प्लेयर पद्म श्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठोड़ स्थान :- बीकानेर खेल :- निशानेबाजी बजरंग लाल ताखर  स्थान :- सीकर खेल :- नोकायान कृष्णा पुनिया  स्थान :- हरियाणा (हिसार), राजस्थान के भूतपूर्व इंटरनेशनल एथलीट प्लेयर वीरेन्द्र सिंह से शादी। खेल :- डिस्कस  थ्रो लिम्बाराम स्थान :- उदयपुर के आदिवासी परिवार से। खेल :- तीरंदाजी डॉ0 करणी सिंह  स्थान :-बीकानेर के राजघराने से। खेल :- निशानेबाजी देवेन्द्र झाझड़िया  स्थान :- चुरू जिले से खेल :- भाला फ़ेंक (जेवेलियन थ्रो) गोपाल सैनी  स्थान :- जयपुर से खेल :- एथेलेटिक्स रघुवीर सिंह  स्थान :- झुंझुनू (पटोदा गाँव) से खेल :- घुड़सवारी सुरेश मिश्रा  स्थान :- लक्ष्मणगढ़ (सीकर) खेल :- बॉलीबॉल

Main Rivers of Rajasthan (राजस्थान की प्रमुख नदियाँ)

चम्बल नदी   चम्बल नदी मध्यप्रदेश के महू जिले की जनोपाओ पहाडियों से निकलती है चम्बल नदी का पुराना नाम चर्मावती था, कई जगहों पर इस नदी को कामधेनु भी कहा जाता है, राजस्थान मे इसका प्रवेश चौरासीगढ़ (चितोड़गढ़) से है चौरासीगढ़ के समीप भैंसोरगढ़ मे इसमें कालीसिंध नामक नदी आकर मिलती है और यही पर प्रख्यात चूलिया जलप्रपात है इससे आगे यह नदी कोटा, सवाईमाधोपुर, करोली, धौलपुर जिलो मे बहती हुई उत्तर प्रदेश के इटावा और मुरादगंज जिलो मे जाकर यमुना नदी मे मिल जाती है इस नदी पर गाँधीसागर, राणा प्रताप सागर, जवाहर सागर, कोटा बैराज बांध बने हुए है इस नदी की कुल लम्बाई 966 की.मी. है और राजस्थान मे इसकी लम्बाई 376 की.मी. है. बनास नदी बनास नदी पूर्णत राजस्थान मे बहने वाली नदी है बनास को हम वर्णसा (वन की आशा) भी कहते है यह नदी राजसमंद जिले की खमनोर की पहाडियों से निकलती है यह नदी भीलवाड़ा, चित्तोड़, अजमेर, टोंक जिलो मे बहती हुई सवाईमाधोपुर मे रामेश्वरम के नजदीक चम्बल मे गिरती है इसकी लम्बाई 480 कि. मी है. कालीसिंध नदी यह नदी मध्यप्रदेश मे देवास के निकट बागली गाँव से निकलती है मध्यप्रदेश से यह झालावाड़ और

Rajasthan ke Rajput Vansh (राजस्थान के राजपूत वंश)

 वंश   स्थान   कछवाहा वंश   जयपुर, अलवर, शाहपुरा, प्रतापगढ़   चौहान वंश   शाकम्भरी, सिरोही, बूंदी   गहलोत वंश   उदयपुर, डूंगरपुर, बाँसवाड़ा   परमार वंश   दांता  यादव वंश  करौली, जैसलमेर  भाटी वंश   जैसलमेर  झाला वंश   झालावाड़   जाट वंश   भरतपुर, धौलपुर   मुस्लिम वंश   टोंक  

Fort of Rajasthan (राजस्थान के किले)

Fort Who Built City Year  हवामहल   सवाई प्रताप सिंह   जयपुर   1798   आमेर का किला    राजा मानसिंह  आमेर  -  नाहरगढ़ का किला   सवाई माधोसिंह   जयपुर  -  जयगढ़ का किला  -  जयपुर  -  जैसलमेर का किला (सोनारगढ़) राव जैसल  जैसलमेर 1156 मेहरानगढ़ का किला राव जोधा  जोधपुर 1459 कुम्भलगढ़ का किला महाराणा कुंभा राजसमन्द - लोहागढ़ का किला महाराजा सूरज मल भरतपुर - जूनागढ़ का किला राव बीका बीकानेर 1478 चितोडगढ़ का किला चित्रागंद मोर्य  चितोडगढ़ - भटनेर का किला - हनुमानगढ़ - माँडलगढ़ का किला - भीलवाडा - अचलगढ़ का किला महाराणा कुंभा माउंट आबु 1452 भैंसोरगढ़ का किला - चितोडगढ़ 1740 बाला किला ठाकुर नवलसिंह नवलगढ़ 1737  गागरोन का किला - झालावाड़ - तारागढ़ का किला   पृथ्वीराज चौहान बूंदी - लामिया किला   - सीकर -

Rajasthan Lok Devta and Lok Devi (राजस्थान के लोकदेवता और देवियाँ)

गोगाजी जन्म चुरू जिले के ददरेवा नामक स्थान पर हुआ था पिता का नाम जेवर, माता का नाम बाछल था  हनुमानगड़ के गोगामेडी मे प्रत्येक गोगानवमी के दिन मेला लगता है गोगा जी का प्रतिक घोड़ा है  तेजाजी  जन्म नागौर जिले के खड़नाल गॉव मे हुआ था  पिता का नाम ताहडजी, माता का नाम राजकुँवर था सर्पो के देवता के रूप मे पूजा की जाती है  नागौर जिले के परबतसर गाँव मे हर साल भाद्रपद की शुक्ल दशमी को पशु मेला लगता पाबूजी  जन्म फलोदी (जोधपुर) जिले के कोलू गॉव मे हुआ था  ऊँटो के देवता के रूप मे प्रसिद पाबूजी का प्रतिक चिन्ह भाला लिए अश्वारोही रूप है  कोलू (फलोदी) मे हर साल मेला लगता है    रामदेवजी  जन्म बाड़मेर जिले के उडूकासमेर गाँव मे  पिता का नाम अजमल, माँ का नाम मेनादेवी पोकरण (जैसलमेर) के पास रुणेचा, यहाँ हर साल भाद्रपद शुक्ला द्वितीय को एकादशी तक मेला लगता है  रामदेव जी का प्रतिक चिन्ह चरण चिन्ह (पगलिये)है  बाबा तल्लीनाथ तल्लीनाथ जी का बचपन का नाम गागदेव, पिता का नाम विरमदेव था  तल्लीनाथ जी ने सदेव पेड़ पौधो की रक्षा व सवर्धन पर बल दिया इसलिए तल्लीनाथ पूजा स्थली पंचमुखी