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Showing posts from September, 2020

khushi chindaliya

  सुर्ख़ियों में- ख़ुशी चिंदालिया  हाल ही में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) के Tunza Eco-Generation द्वारा 17 वर्षीय ख़ुशी चिंदालिया को भारत के क्षेत्रीय राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया है| ख़ुशी अब जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाएगी। ख़ुशी चिंदालिया फरवरी 2021 तक विभिन्न पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रमों पर TEG के साथ काम करेगी| संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) स्थापना- 5 जून 1972  मुख्यालय- नैरोबी में  अध्यक्ष- इंगर एंडरसन

Report - The State of Young Child in India

सुर्ख़ियों में– The State of Young Child in India रिपोर्ट  भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने हाल ही में “The State of Young Child in India” टाइटल से एक रिपोर्ट जारी की है। यह रिपोर्ट देश में स्वास्थ्य-पोषण के मापकों पर तैयार की गई है। इसमें उल्लेखित किया गया है कि भारत में 21 प्रतिशत में से 6 साल से कम उम्र के 159 मिलियन बच्चे कुपोषित हैं, 36 प्रतिशत का कम वजन का शिकार हैं और 38 प्रतिशत पूर्ण टीकाकरण प्राप्त नहीं कर पाते हैं।  सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य- केरल गोवा त्रिपुरा तमिलनाडु मिजोरम सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्य- बिहार उत्तर प्रदेश झारखंड मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़

COVID - 19 की महत्वपूर्ण योजनाए

कोरोना कबच -- भारत सरकार ब्रेक द चेन -- केरल ऑपरेशन शील्ड --  दिल्ली सरकार नाड़ी एप्प -- पुंदुचेरी रक्षा सर्व -- छत्तीसगढ़ पुलिस i GOT -- भारत सरकार कोरोना केअर-- फोनपे  प्रज्ञम एप्प --- झारखण्ड कोविडकेअर एप्प -- अरुणाचल प्रदेश कोरोना सहायता एप्प-- बिहार आरोग्य सेतु -- भारत सरकार समाधान -- HRD मिनिस्ट्री 5T --- दिल्ली कॉरेन्टाइन एप्प -- IIT एप्प करुणा एप्प--- सिविल सर्विस एसोसिएशन V-सेफ टनल -- तेलंगाना लाइफलाइन UDAN-- सिविल एविएशन मिनिस्ट्री Vera's कोविड 19 मॉनिटरिंग सिस्टम -- तेलंगाना सेल्फ deceleration एप्प--नागालैंड ऑपरेशन नमस्ते -- इंडियन आर्मी कोरोना वाच एप्प -- कर्नाटक नमस्ते ओवर हैंडशेक-- कर्नाटक मो जीवन -- ओडिशा टीम 11-- उत्तर प्रदेश फीफा CAMPAIGN-- सुनील क्षेत्री

नीति आयोग की निर्यात तत्परता सूचकांक 2020 में गुजरात टॉप पर, महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर

नीति आयोग की तरफ से जारी किए गए निर्यात तत्परता सूचकांक (Export Preparedness Index)-2020 में गुजरात ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया है. केंद्र सरकार के थिंक टैंक नीति आयोग ने ‘निर्यात तत्परता सूचकांक 2020’ की सूची जारी की है. इस सूची में महाराष्ट्र और तमिलनाडु क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. केंद्र सरकार के प्रमुख थिंक टैंक की 26 अगस्त 2020 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक छह तटीय राज्य गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, ओडिशा, कर्नाटक और केरल पहले 10 राज्यों में शुमार हैं. इस सूचकांक से पता चलता है कि किस राज्य में निर्यात को बढ़ावा दने के लिेए कितनी सुविधाएं उपलब्ध हैं. मुख्य बिंदु •    भूमि से घिरे राज्यों में राजस्थान का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है, जिसके बाद तेलंगाना और हरियाणा का स्थान रहा है. •    पर्वतीय राज्यों में उत्तराखंड रैकिंग में सबसे ऊपर रहा है. इसके बाद त्रिपुरा और हिमाचल प्रदेश का स्थान रहा है. •    केंद्र शासित प्रदेशों में दिल्ली का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा है. उसके बाद गोवा और चंडीगढ़ का स्थान आता है. •    इस रिपोर्ट में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ और झारखंड दो ऐसे मैदानी राज्य हैं

WHO ने अफ्रीका को पोलियो मुक्त घोषित किया

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बताया है कि अफ्रीका के अंतिम देश नाइजीरिया के पोलियो मुक्त देश घोषित होने के बाद 25 अगस्त 2020 को पूरा अफ्रीका महाद्वीप वाइल्ड पोलियो से मुक्त हो गया. अफ्रीकी देश नाइजीरिया में ही पोलियो वायरस बचा था. पिछले चार सालों से यहां पोलियो का एक भी मामला नहीं आया है. डब्ल्यूएचओ के अफ्रीका रीजन के कार्यालय ने अफ्रीका महाद्वीप को पोलियो मुक्त घोषित किया. डब्ल्यूएचओ ने साल 1988 में वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल (जीपीईआई) शुरू की थी. तब से लेकर अब तक लगभग पूरी दुनिया से पोलियो को खत्म किया जा चुका है. अफ्रीका में आखिरी बार पोलियो का मामला साल 2016 में नाइजीरिया में आया था. पोलियो अब केवल दो देशों में बचा   अफ्रीका को पोलियो वायरस से मुक्त घोषित किए जाने के बाद केवल पाकिस्तान और अफगानिस्तान ही ऐसे देश होंगे जहां पर पोलियो वायरस सक्रिय है और स्वास्थ्य कर्मियों पर हमले और असुरक्षा की वजह से पोलियो की बीमारी और जटिल हो गई है. अर्थात दुनिया में अब पोलियो केवल दो देशों (पाकिस्तान और अफगानिस्तान) में बचा है. दूसरी बार अफ्रीका में किसी वायरस को खत्म किया विश्व स्वास्थ्य

Camels of Rajasthan

बाड़मेर-  राजस्थान में सर्वाधिक ऊँटों वाला जिला बाड़मेर है। प्रतापगढ़-  राजस्थान में सबसे कम ऊँटों वाला जिला प्रतापगढ़ है। राजस्थान में ऊँटों की नस्लें-  गोमठ ऊँट- राजस्थान में गोमठ ऊंट सर्वाधिक जोधपुर की फलोदी तहसिल में पाया जाता है। गोमठ ऊँट सवारी हेतु प्रसिद्ध माना जाता है। नाचना ऊँट-  राजस्थान में नाचना ऊँट सर्वाधिक जैसलमेर में पाया जाता है।, यह ऊँट सबसे सुन्दर ऊँट माना जाता है। यह ऊँट राजस्थान में नाचने हेतु प्रसिद्ध है। जैसलमेरी ऊँट-  राजस्थान में जैसलमेरी ऊँट सर्वाधिक जैसलमेर में पाया जाता है जिसे रेगिस्तान का जहाज भी कहा जाता है। राजस्थान में ऊँटों की अन्य नस्लें- 1. अलवरी ऊँट, 2. सिंधी ऊँट, 3. कच्छी ऊँट, 4. बीकानेरी ऊँट ऊँटों से संबंधि अन्य तथ्य-  मोहम्मद बिन कासिम- भारत में सर्वप्रथम ऊंट मोहम्मद बिन कासिम लेकर आया था इसीलिए भारत में ऊंट लाने का श्रेय मोहम्मद बिन कासिम को दिया जाता है। पाबूजी-  राजस्थान में ऊंट सर्वप्रथम ऊंट पाबूजी लेकर आये थे इसीलिए राजस्थान में ऊंट लाने का श्रेय पाबूजी महाराज को दिया जाता है। पाबूजी को ऊंटो का देवता भी कहते है। 30 जून 2014-  राजस्थान सरकार न

स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित प्रमुख तिथियां

1. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना  Ans-1885 ई.  2. बंग-भंग आंदोलन(स्वदेशी आंदोलन)  Ans-1905 ई.  3. मुस्लिम लीग की स्थापना  Ans-1906 ई.  4.कांग्रेस का बंटवारा  Ans-1907 ई.  5. होमरूल आंदोलन  Ans1916 ई.  6. लखनऊ पैक्ट  Ans-दिसंबर 1916 ई.  7. मांटेग्यू घोषणा  Ans-20 अगस्त 1917 ई.  8. रौलेट एक्ट  Ans-19 मार्च 1919 ई.  9. जालियांवाला बाग हत्याकांड  Ans-13 अप्रैल 1919 ई.  10. खिलाफत आंदोलन  Ans-1919 ई.  11. हंटर कमिटी की रिपोर्ट प्रकाशित  Ans-18 मई 1920 ई.  12. कांग्रेस का नागपुर अधिवेशन  Ans-दिसंबर 1920 ई.  13. असहयोग आंदोलन की शुरुआत  Ans-1 अगस्त 1920 ई.  14. चौरी-चौरा कांड  Ans-5 फरवरी 1922 ई.  15. स्वराज्य पार्टी की स्थापना  Ans-1 जनवरी 1923 ई.  16. हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन  Ans-अक्टूबर 1924 ई.  17. साइमन कमीशन की नियुक्ति  Ans-8 नवंबर 1927 ई.  18. साइमन कमीशन का भारत आगमन  Ans-3 फरवरी 1928 ई.  19. नेहरू रिपोर्ट  Ans-अगस्त 1928 ई.  20. बारदौली सत्याग्रह  Ans-अक्टूबर 1928 ई.  21. लाहौर पड्यंत्र केस  Ans-8 अप्रैल 1929 ई.  22. कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन  Ansदिसंबर 1929 ई.  23. स्व

Vocabulary of Rajasthan (राजस्थान की शब्दावली)

1. बिजूका – (अडवो, बिदकणा) – खेत मेंपशु-पक्षियों से फसल की रक्षा करने के लिए मानव जैसी बनाई गयी आकृति   2. उर्डो, ऊर्यो, ऊसरडो, छापर्यो - ऐसा खेत जिसमे घास और अनाज दोनों में से कुछ भी पैदा न होता हो  3. अडाव – जब लगातार काम में लेने से भूमि की उपजाऊ शक्ति कम हो जाने पर उसको खाली छोड़ दिया जाता है  4. अखड, पड़त, पडेत्या – जो खेत बिना जुता हुआ पड़ा रहता है   5. पाणत – फसल को पानी देने की प्रक्रिया  6. बावणी – खेत में बीज बोने को कहा जाता है  7. ढूँगरा, ढूँगरी – जब फसल पक जाने के बाद काट ली जाती उसको एक जगह ढेर कर दिया जाता है   8. बाँझड – अनुपजाऊ भूमि  9. गूणी – लाव की खींचने हेतु बैलो के चलने काढालनुमा स्थान  10. चरणोत – पशुओं के चरने की भूमि  11. बीड – जिस भूमि का कोई उपयोग में नहीं लिया जाता है जिसमें सिर्फ घास उगती हो  12. सड़ो, हडो, बाड़ – पशुओं के खेतों में घुसने से रोकने के लिए खेत चारो तरफ बनाई गयी मेड  13. गोफन – पत्थर फेकने का चमड़े और डोरियों से बना यंत्र  14. तंगड-पट्टियाँ – ऊंट को हल जोतते समय कसने की साज  15. चावर, पाटा, पटेला, हमाडो, पटवास – जोते गए खेतों को चौरस करने का ल